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संस्कृत-वाक्य-रचना (Sanskrit Vakya Rachna)

संस्कृत-वाक्य-रचना (Sanskrit Vakya Rachna) 


This Table can be useful to teach Students, How to make/Translate Sentences in Sanskrit..  (click to Zoom)

                      1. प्रथम पुरुष 
1.1 पुल्लिंग- 
बालक जा रहा है।   (वर्तमान-काल)
बालकः गच्छति। 

बालक पढ़ता है।
बालक: पठति। 

दो बालक पढ़ते हैं। (द्विवचन) 
बालकौ  पठत:। 

सभी बालक पढ़ते हैं। (बहुवचन) 
बालका: पठन्ति। 

बालक पढ़ेगा। (भविष्य-काल)
बालक: पठिष्यति। 
("लट् लकार" में "ष्य" जोड़ने पर "लृट् लकार" का रूप बनता है यथा- पठति+ष्य= पठिष्यति)

बालक गया। (भूत-काल)
बालकः गच्छति स्म।  स्म" का प्रयोग किया 
बालकः अगच्छत्।  लंङ् लकार
(भूतकाल के लिए "लंङ् लकार" के स्थान पर  "लट् लकार" में "स्म" का प्रयोग किया जा सकता है।) 


बालक ने पढ़ा।
बालकः पठति स्म। 
(भूतकाल के लिए "लंङ् लकार" के स्थान पर  "लट् लकार" में "स्म" का प्रयोग किया जा सकता है।) 

सभी बालकों ने पढ़ा।
बालकाः पठन्ति स्म। 
 
वह पढ़ता है।
सः पठति।

कौन पढ़ता है।
कः पठति। 

आप पढ़ते हैं। 
भवान् पठति। 

1.2 स्त्रीलिंग
बालिका जा रही है।
बालिका गच्छति। 

बालिका  पढ़ती है।
बालिका पठति। 


कौन पढ़ती है?
का पठति? 

कौन सब पद्धति है?
का: पठन्ति? 


1.3 नपुंसकलिंग
वाहन जा रहा है।
वाहनं गच्छति। 

सभी वाहन जा रहे है।
वाहनानि गच्छन्ति। 
 
                        2. मध्यम पुरुष
तुम जा रहे हो।।  (लट्- वर्तमानकाल) 
त्वं गच्छसि। 

तुम सब जा रहे हो।।  (वर्तमानकाल) 
 गच्छसि। 


तुम जाओगे।।   (लृट्- भविष्यकाल) 
त्वं गमिष्यसि। 

तुम दोनों जाओगे।
युवां गमिष्यथः।  

तुम गए।           (लङ्- भूतकाल)
त्वं गच्छसि स्म। 

तुम सब गए।
यूयं गच्छथ स्म । 


                          3. उत्तम पुरुष
मैं जा रहा हूँ।।      (वर्तमान-काल)
अहं गच्छामि।

हम दोनों जा रहे है।
आवाम् गच्छावः। 

हम सब जा रहे हैं।
वयं गच्छामः। 


मैं जाऊंगा।।        (भविष्य-काल) 
अहं गमिष्यामि।

हम दोनों जाएंगे।
आवाम्  गमिष्यावः। 


मैं गया।।             (भूत-काल)
अहं गच्छामि स्म। 

हम गए।
वयं गच्छामः स्म। 

 

अभ्यासाय प्रशनानि- 
क)  सभी बालक  जा रहे हैं।
ख) बालिका पढ़ेगी। 
ग) तुम कर रहे हो। 
घ) हम पढ़ रहे हैं। 
ङ) मैं जाऊंगा। 


               संस्कृत संभाषण अभ्यासः

संस्कृत में क्रिया (लकार) के कुल नौ रूप बनते हैं, किन्तु संभाषण के लिये चार मुख्य क्रियापदों का ज्ञान प्रयाप्त है- 

1) प्रथम परुष एकवचन-  पठति
2) प्रथम परुष बहुवचन-  पठन्ति
3) उत्तम परुष एकवचन-  पठामि
4) उत्तम परुष बहुवचन -  पठाम: 


तुम (युष्मद्) शब्द के साथ "मध्यम पुरुष" का प्रयॊग होता है,   परंतु, तुम शब्द के स्थान पर आप (भवत्) शब्द का प्रयोग कर सकते हैं, अतः "मध्यम  पुरुष" के स्थान पर "प्रथम पुरुष" का ज्ञान पर्याप्त है। 

अपने लिये उत्तम पुरुष का प्रयॊग होता है।

                           एकवचन          द्विवचन        बहुवचन
प्रथम (अन्य) पुरुष-    *पठति*        पठतः        *पठन्ति*
मध्यम (तुम) पुरुष-     पठसि            पठथः         पठथ
उत्तम (मैं)    पुरुष-     *पठामि*        पठाव         *पठामः*

अन्य-महत्त्वपूर्ण-शब्द-रूपाणि- 
                  पुल्लिंग          स्त्रीलिंग           नपुंसकलिंग
एकवचन.      सः [ वह ]     सा [ वह ]        तत् [ वह ]
वहुवचन        ते [ वे ]        ताः [ वे ]         तानि [ वे ]

एकवचन       एषः [यह]     एषा [यह]       एतत् [यह ]
वहुवचन        एते [ ये ]      एताः [ ये]       एतानि [ ये ]

एकवचन       कः [कौन]     का [कौन]       किम् [क्या ]
वहुवचन        के [कौन]      काः [कौन]      कानि [कौन ]

एकवचन       भवान् [आप]        भवती [आप ]
वहुवचन        भवन्तः [आपलोग] भवत्यः [आपलोग]

एकवचन       अहम् [मैं]    अहम् [मैं ]
वहुवचन        वयम् [हम]   वयम् [हम]



इसी प्रकार से निम्नलिखित अन्य क्रियापदॊं का वाक्यॊं में प्रयॊग करें- 

लिखति = लिखता है
ददाति = देता है
गच्छति = जाता है
स्वीकरोति=लेता है
आगच्छति=आता है
श्रुणॊति = सुनता है
खादति = खाता है
पश्यति = देखताहै
पिबति = पीता है
जिघ्रति = सूंघता है
नयति = ले जाता है
तिष्ठति = बैठता है
आनयति = लाता है
उत्तिष्ठति = उठता है
धावति = दौडता है
नृत्यति = नाचता है
हंसति = हंसता है
इच्छति = चाहता है
रॊदति = रोता है
वसति = रहता है
करोति = करता है
पचति = पकाता है
विकसति = खिलता है
पतति = गिरता है
क्रीडति = खेलता है
बदति = बोलता है
भवति = होता है
शक्नोति = सकता है
प्रच्छति = पूछता है
गायति = गाता है


अनुवाद के अभ्यास हेतु वाक्य- 

एषः बालकः पठति। यह बालक पढता है।
एते बालकाः पठन्ति। ये बालक पढते हैं।
एषा बालिका क्रीडति। यह बालिका खेलती है।
एताः बालिकाः क्रीडन्ति। ये बालिकायें खेलती हैं।
एतत् पुष्पं विकसति। यह फूल खिलता है।
एतानि पुष्पाणि विकसन्ति। ये फूल खिलते हैं।
सः पत्रं लिखति। वह पत्र लिखता है।
ते पत्राणि लिखन्ति। वे पत्र लिखते हैं।
सा गृहं गच्छति। वह घर जाती है।
ताः गृहं गच्छन्ति। वे घर जाती हैं।
तत् उद्यानं बहु शोभनं अस्ति। वह उद्यान बहुत सुन्दर है।
तानि उद्यानानि बहु शोभनानि सन्ति। वे उद्यान बहुत सुन्दरहैं।
भवान् प्रातः कति वादने उत्तिष्ठति? आप सुबह कितने बजे उठते हैं?
अहं प्रातः पञ्च वादने उत्तिष्ठामि। मैं सुबह पांच बजे उठता हूं।
भवन्तः कदा कार्यालयं गच्छन्ति? आपलोग कब आफिस जातेहै?
वयं एकादश वादने कार्यालयं गच्छामः। हम लोग ग्यारह बजे आफिस जाते हैं।
रामः फलं खादति। राम फल खाता है।
सुरेशः स्नानं करोति। सुरेश स्नान करता है।
छात्रः प्रश्नं पृच्छति। छात्र पृश्न पूछता है।
शिक्षकः उत्तरं ददाति। शिक्षक उत्तर देता है।
गीता बहु तीव्रं धावति। गीता बहुत तेज दौडती है।
माता भोजनं पचति। मां भोजन पकाती है।
भवान् सर्वदा सत्यं वदति। आप हमेशा सत्य बोलते हैं।

Comments

  1. संस्कृत वाक्य रचना को बहुत अच्छे से समझाया है।आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

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