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अव्यय (avyaya)

                      अव्यय (avyaya


अव्ययं नाम किम् ? 

'सदृशं त्रिषु लिङ्गेषु सर्वासु च विभक्तिषु ।

वचनेषु च सर्वेषु यन्न व्येति तदव्ययम् ।।' 

    अर्थात् त्रिषु लिङ्गेषु, सर्वासु विभक्तिषु, सर्वेषु वचनेषु च यस्य पदस्य किमपि परिवर्तनं न भवति, तत्पदमेव अव्ययमिति।  

हिंदी में अर्थ-  

तीनों लिंगों, सभी विभक्तियों और सभी (तीनों) वचनों में जिस शब्द में परिवर्तन नहीं होता उसे अव्यय कहते हैं।   

यथा --

यत्र = जहां = where ( eg. where there is a will.... there is a way )


तत्र = वहां there


कुत्र ?= कहां? = where ? ( where are you going )


अत्र = यहां = here ( where is your pencil.... ans :- here it is )ए


एकत्र = एक जगह = at one place


सर्वत्र = सब जगह = every where


अन्यत्र = अन्य जगह = somewhere


यदा = जब = when ( when the sun shines )


तदा = तब = then


कदा ? = कब? = when ( when you will do your home work ? )


सर्वदा = हमेशा = always


एकदा = एक बार = once ( at a time )


अद्य = आज = today


श्वः = कल (आनेवाला) = tomorrow


ह्यः = कल (बीता हुआ) = yesterday


च = दquot;र = and


अपि = भी = too


एव = ही = only this/ only that


इदानीम् = इस समय = only this/ only that


उपरि = ऊपर = up / above


अधः = नीचे = below / under


वामतः =वाँये = left


दक्षिणतः = दाहिने = right


पृष्ठतः = पीछे = back 

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 संस्कृत में दो प्रकार के शब्द हैं- विकारी तथा अविकारी। 

१) विकारी शब्द परिवर्तनशील हैं। संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया शब्द विकारी हैं। जैसे-बालकः, सः, शुक्लः, गच्छति। 

 

२) अविकारी शब्द अव्यय कहलाते हैं। इनके रूप कभी नहीं बदलते।


जैसे-अत्र, अधुना, अपि।

अव्ययों के भी रूढ और यौगिक दो रूप मिलते हैं।

१) रूढ अव्ययों के खण्ड नहीं होते जैसे- च, अपि, वा, तु, खलु, न इत्यादि। 

२) यौगिक अव्ययों के खण्ड होते हैं ये कृत्, तद्धित और समास के रूप में होते हैं। 

*कृत् से बने अव्यय हैं- गत्वा, गन्तुम् इत्यादि।

*तद्धित से बने अव्यय हैं- सर्वथा, एकदा, तत्र, इत्थम्, कथम् इत्यादि।  

* समास के रूप में अव्यय हैं-प्रतिदिनम्, यथाशक्ति इत्यादि।


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        आइये कुछ अव्ययों का प्रयोग करते हुए वाक्य निर्माण करें।         ( lets try to make few sentences ) 


श्वः भवान् कुत्र गमिष्यति? 

आप कल कहां जायेंगे? = tomorrow where will you go ? or tomorrow where you are going ?


अहं श्वः अमरीका देशं गमिष्यामि।

मैं कल अमरीका जाऊँगा।

 tomorrow, I am going to America


किं भवती अपि चलिष्यति? क्या आप भी चलेंगी? are you willing to come ?


न अहं न चलिष्यामि। नहीं मैं नहीं चलूंगी। No, i am not going.


किं भवान् चायं पास्यति ? क्या आप चाय पियेंगे? Do want tea ?


अहं चायं न पिबामि अतः काफीं पास्यामि।

मैं चाय नहीं पीता इसलिये काफी पिऊँगा। I don't drink tea, that is why, I will take coffee


यत्र यत्र धूमस्तत्र तत्र अग्निः।

जहां जहां धुँआ है वहां वहां आग है। where there is smoke, there is fire


यत्र कविः अस्ति तत्र कविता भवति।

जहां कवि है वहां कविता होती है। where there is a poet there is poetry


वायुः सर्वत्र प्रवहति। वायु सब जगह वहती है। wind blows every where


यदा सूर्यः उदयति तदा दिवसः भवति।

जब सूर्य उगता है तब दिन होता है। when the sun rises then it's daybreak


अद्य रविवासरः अस्ति। आज रविवार है। today is sunday


इदानीं अहं एकां कवितां श्रावयिष्यामि।

इस समय मैं एक कविता सुनाऊँगा। Now it is time for me to recite a poem


सर्वे जनाः श्रोष्यन्ति कोऽपि गृहं न गमिष्यति

सब लोग सुनेंगे कोई भी घर नहीं जायेगा। Evenbody listen, no one shall go home 






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