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Lesson Plan NEP, Sanskrit Class 8, Savitri Bai Phule

 पाठ योजना: सावित्री बाई फुले (कक्षा VIII)

Lesson Plan NEP, 

Sanskrit Class 8, 

Savitri Bai Phule 

विषय: संस्कृत

पाठ: सावित्री बाई फुले

समय: 40-45 मिनट

विशिष्ट शिक्षण उद्देश्यम्:


1. छात्राः सावित्री बाई फुले के जीवन व योगदानं संस्कृतं पठित्वा ज्ञास्यन्ति।



2. पाठस्य माध्यमेन छात्राः स्त्री-शिक्षायाः महत्वं अनुभविष्यन्ति।



3. संस्कृत भाषा में वाक्य रचना एवं शुद्ध उच्चारणं अभ्यासं करिष्यन्ति।





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शैक्षिक रणनीतयः (Pedagogical Strategies for Experiential Learning):


1. संवादात्मक पद्धतिः (Interactive Method): शिक्षकः पाठं प्रस्तुतं कुर्वन्ति, ततः छात्रैः चर्चां करिष्यन्ति।



2. प्रेक्षणात्मक अध्ययनः (Observation-based Learning): पाठानुसारं सावित्री बाई फुले के चित्रं अथवा वीडियों प्रदर्शयन्ति।



3. प्रायोगिक कार्यः (Experiential Learning): छात्रों द्वारा व्यक्तिगतं एवं समूहकार्यं आयोजनं।





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व्यक्तिगत/समूह गतिविधयः एवं प्रायोगिक शिक्षण:


1. व्यक्तिगतः: छात्राः पाठस्य संक्षेपं लेखं संस्कृतेन करिष्यन्ति।



2. समूहः:


छात्रों द्वारा सावित्री बाई फुले के प्रमुख योगदानं मंच पर अभिनयं करिष्यन्ति।


स्त्री शिक्षा संबंधिनी चर्चा एवं निबंध लेखन।




3. प्रायोगिकः:


सावित्री बाई फुले की प्रेरणा से “समता” पर पोस्टर निर्माण।


स्त्री शिक्षा के प्रति विद्यार्थिनीनां विचारं प्रस्तुति।






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अंतर-विषयी सम्बंधः एवं जीवन कौशल, मूल्य शिक्षा का समावेश:


1. अंतर-विषयी सम्बंधः:


इतिहासः: भारतस्य समाज सुधार आंदोलनं।


नागरिक शिक्षा: स्त्री समानता एवं अधिकारः।




2. जीवन कौशलः:


आत्मविश्वासः एवं नेतृत्व कौशलं।


विचार-विनिमय कौशलं।




3. मूल्य शिक्षा:


समानता, सहानुभूति, और परस्पर सम्मान।






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शिक्षण सामग्री (Resources):


1. पाठ्यपुस्तकः - सावित्री बाई फुले।



2. डिजिटल संसाधनः (ICT):


सावित्री बाई फुले पर आधारित वीडियो।


प्रेजेंटेशन स्लाइड।




3. पोस्टर, चार्ट, श्वेतपटः।





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प्रतिक्रिया एवं पुनः शिक्षण योजना (Feedback and Remedial Teaching Plan):


1. प्रतिक्रिया:


छात्रों से पाठ के अंत में त्वरित प्रश्न पूछना।


चर्चा द्वारा ज्ञान परीक्षण।




2. पुनः शिक्षण:


कमजोर छात्रों के लिए पाठ के सारांश का दोहराव।


समूह चर्चा में भाग लेने हेतु प्रेरणा।






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समावेशी अभ्यास (Inclusive Practices/ Gender Sensitivity):


1. सभी छात्र-छात्राओं के योगदान को समान महत्त्व।



2. स्त्री शिक्षा के महत्व पर विशेष चर्चा।



3. कक्षा में विचार प्रस्तुत करने हेतु सबको प्रोत्साहित करना।





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प्राप्ति मूल्यांकन (Competency Assessment Items):


1. पाठ का सारांश संस्कृत में लिखना।



2. स्त्री शिक्षा की आवश्यकता पर अपने विचार संस्कृत में व्यक्त करना।



3. सावित्री बाई फुले के कार्यों पर 5 प्रश्नों का उत्तर देना।





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शिक्षण के परिणाम (Outcomes):


1. छात्राः सावित्री बाई फुले के योगदानं संस्कृतं अवगन्तुं समर्थाः भविष्यन्ति।



2. संस्कृत लेखनं एवं वाचनं में प्रवीणता।



3. स्त्री शिक्षा एवं समानता के प्रति संवेदनशीलता।

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