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Lesson plan Sanskrit 7 Vishvbandhutavam

हिन्दी

संस्कृत

Lesson Plan


Class: 7th

Subject: संस्कृत

Topic: विश्वबंधुत्वम्

Duration: 40 मिनट 

---


1. पाठ का सारांश (Gist of Lesson)


विश्वबंधुत्वम् पाठ का मुख्य उद्देश्य छात्रों में वैश्विक भाईचारे, सद्भाव, और एकता का भाव विकसित करना है। यह पाठ मानवता की समानता, सहयोग और परस्पर समझ के महत्त्व को उजागर करता है।



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2. क्षमताएँ/कौशल (Competencies/Skills)


भाषा कौशल (पढ़ने, लिखने, और बोलने की क्षमता)


विश्लेषणात्मक और आलोचनात्मक सोच


सह-अस्तित्व और सहयोग की समझ


रचनात्मक अभिव्यक्ति




---


3. लक्षित अधिगम परिणाम (Targeted Learning Outcomes)


छात्र पाठ का अर्थ और संदेश समझ सकें।


संस्कृत भाषा में नए शब्द और वाक्य संरचना सीख सकें।


विश्वबंधुत्व की भावना को व्यवहारिक जीवन में लागू कर सकें।




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4. अनुभवात्मक अधिगम गतिविधि (Experiential Learning Activity)


छात्रों को एक समूह में विभाजित करें। प्रत्येक समूह विश्वबंधुत्व के विचारों पर एक चर्चा आयोजित करेगा और अपने अनुभव साझा करेगा।


एक 'विश्वबंधु' पोस्टर बनाना जिसमें सहयोग और समानता को दर्शाने वाले चित्र और विचार हों।




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5. कला/खेल आधारित गतिविधि (Art/Sport Integrated Activity)


कला:

छात्र 'विश्वबंधुत्व' विषय पर आधारित एक लघु नाटक प्रस्तुत करेंगे।


खेल:

छात्रों के बीच 'सहयोग और विश्वास' पर आधारित टीम गेम आयोजित करें।




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6. अधिगम सामग्री (Learning Tools/TLM to be Used)


पाठ्यपुस्तक


पोस्टर और चार्ट पेपर


डिजिटल प्रेजेंटेशन (यदि उपलब्ध हो तो)


वीडियो या ऑडियो सामग्री जो विश्वबंधुत्व को समझाए




---


7. शिक्षण गतिविधियाँ (Teacher Directed/Guided or Student Led Activities)


Teacher Directed:


पाठ का सारांश और महत्त्व समझाना।


नए शब्दों और उनके अर्थों को स्पष्ट करना।



Teacher Guided:


पाठ के विभिन्न अंशों पर चर्चा करना।


छात्रों को विचार साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना।



Student Led:


समूह चर्चा और पोस्टर/नाटक प्रस्तुत करना।


अपनी भाषा में पाठ का मुख्य संदेश लिखना।




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8. शैक्षणिक प्रक्रिया और आवश्यक सामग्री (Pedagogical Procedure & Resources Required)


1. प्रारंभिक चरण:


पाठ की भूमिका और उद्देश्यों का परिचय।


विश्वबंधुत्व का सरल उदाहरण देकर चर्चा शुरू करना।




2. मुख्य चरण:


पाठ का उच्चारण और अनुवाद।


नए शब्दों की पहचान और अभ्यास।


अनुभवात्मक और कला आधारित गतिविधियाँ।




3. समाप्ति चरण:


छात्रों से पाठ का सारांश लिखवाना।


पाठ के संदेश को जीवन में लागू करने के तरीकों पर चर्चा।






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9. पाठ के दौरान मूल्यांकन (In Lesson/Formative Assessment)


छात्रों से प्रश्न पूछकर उनकी समझ का आकलन।


समूह चर्चा में उनकी भागीदारी।


पाठ का अनुवाद और नए शब्दों का सही उपयोग।




---


10. पाठ के बाद मूल्यांकन (Post Lesson Assessment)


छात्रों द्वारा तैयार किए गए पोस्टर या नाटक का प्रदर्शन।


विश्वबंधुत्व के संदेश पर एक लेखन कार्य।




---


11. मूल्यांकन की रणनीतियाँ (Assessment Strategies)


मौखिक प्रश्नोत्तर


गतिविधि आधारित मूल्यांकन (पोस्टर और नाटक)


लघु परीक्षण और गृहकार्य




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12. अंतर्विषयक/बहुविषयक गतिविधियाँ (Interdisciplinary/Multidisciplinary Activities)


समाजशास्त्र: विश्वबंधुत्व और मानव अधिकारों पर चर्चा।


कला: विश्वबंधुत्व पर रचनात्मक पोस्टर और चित्रकला।


भाषा: अन्य भाषाओं में "विश्वबंधुत्व" जैसे शब्दों का अध्ययन।




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नोट: यह योजना शिक्षक द्वारा समय और संसाधन के अनुसार संशोधित की जा सकती है।



laisson plan chlass: 7th subjaicht: sanskrt topich: vishvabandhutvam duration: 40 minat --- 1. paath ka saaraansh (gist of laisson) vishvabandhutvam paath ka mukhy uddeshy chhaatron mein vaishvik bhaeechaare, sadbhaav, aur ekata ka bhaav vikasit karana hai. yah paath maanavata kee samaanata, sahayog aur paraspar samajh ke mahattv ko ujaagar karata hai. --- 2. kshamataen/kaushal (chompaitainchiais/skills) bhaasha kaushal (padhane, likhane, aur bolane kee kshamata) vishleshanaatmak aur aalochanaatmak soch sah-astitv aur sahayog kee samajh rachanaatmak abhivyakti --- 3. lakshit adhigam parinaam (targaitaid laiarning outchomais) chhaatr paath ka arth aur sandesh samajh saken. sanskrt bhaasha mein nae shabd aur vaaky sanrachana seekh saken. vishvabandhutv kee bhaavana ko vyavahaarik jeevan mein laagoo kar saken. --- 4. anubhavaatmak adhigam gatividhi (aixpairiaintial laiarning achtivity) chhaatron ko ek samooh mein vibhaajit karen. pratyek samooh vishvabandhutv ke vichaaron par ek charcha aayojit karega aur apane anubhav saajha karega. ek vishvabandhu postar banaana jisamen sahayog aur samaanata ko darshaane vaale chitr aur vichaar hon. --- 5. kala/khel aadhaarit gatividhi (art/sport intaigrataid achtivity) kala: chhaatr vishvabandhutv vishay par aadhaarit ek laghu naatak prastut karenge. khel: chhaatron ke beech sahayog aur vishvaas par aadhaarit teem gem aayojit karen. --- 6. adhigam saamagree (laiarning tools/tlm to bai usaid) paathyapustak postar aur chaart pepar dijital prejenteshan (yadi upalabdh ho to) veediyo ya odiyo saamagree jo vishvabandhutv ko samajhae --- 7. shikshan gatividhiyaan (taiachhair diraichtaid/guidaid or studaint laid achtivitiais) taiachhair diraichtaid: paath ka saaraansh aur mahattv samajhaana. nae shabdon aur unake arthon ko spasht karana. taiachhair guidaid: paath ke vibhinn anshon par charcha karana. chhaatron ko vichaar saajha karane ke lie protsaahit karana. studaint laid: samooh charcha aur postar/naatak prastut karana. apanee bhaasha mein paath ka mukhy sandesh likhana. --- 8. shaikshanik prakriya aur aavashyak saamagree (paidagogichal prochaidurai & raisourchais raiquiraid) 1. praarambhik charan: paath kee bhoomika aur uddeshyon ka parichay. vishvabandhutv ka saral udaaharan dekar charcha shuroo karana. 2. mukhy charan: paath ka uchchaaran aur anuvaad. nae shabdon kee pahachaan aur abhyaas. anubhavaatmak aur kala aadhaarit gatividhiyaan. 3. samaapti charan: chhaatron se paath ka saaraansh likhavaana. paath ke sandesh ko jeevan mein laagoo karane ke tareekon par charcha. --- 9. paath ke dauraan moolyaankan (in laisson/formativai assaissmaint) chhaatron se prashn poochhakar unakee samajh ka aakalan. samooh charcha mein unakee bhaageedaaree. paath ka anuvaad aur nae shabdon ka sahee upayog. --- 10. paath ke baad moolyaankan (post laisson assaissmaint) chhaatron dvaara taiyaar kie gae postar ya naatak ka pradarshan. vishvabandhutv ke sandesh par ek lekhan kaary. --- 11. moolyaankan kee rananeetiyaan (assaissmaint strataigiais) maukhik prashnottar gatividhi aadhaarit moolyaankan (postar aur naatak) laghu pareekshan aur grhakaary --- 12. antarvishayak/bahuvishayak gatividhiyaan (intairdischiplinary/multidischiplinary achtivitiais) samaajashaastr: vishvabandhutv aur maanav adhikaaron par charcha. kala: vishvabandhutv par rachanaatmak postar aur chitrakala. bhaasha: any bhaashaon mein "vishvabandhutv" jaise shabdon ka adhyayan. --- not: yah yojana shikshak dvaara samay aur sansaadhan ke anusaar sanshodhit kee ja sakatee hai.

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पाठ योजना


कक्षाः ७ वी

विषयः संस्कृतम्

विषयः विश्वबन्धुत्वम्

अवधिः ४० मिनिट्



, ९.


1. पाठस्य सारः


विश्वबन्धुत्वम् इति पाठस्य मुख्यं उद्देश्यं छात्राणां मध्ये वैश्विकभ्रातृत्वस्य, सौहार्दस्य, एकतायाः च भावः विकसितुं भवति। अस्मिन् पाठे मानवतायाः समानतायाः, सहकार्यस्य, परस्परबोधस्य च महत्त्वं प्रकाशितम् अस्ति ।



, ९.


2. दक्षताः/कौशलम्


भाषा कौशलम् (पठन-लेखन-वाक्-क्षमता) २.


विश्लेषणात्मकं समीक्षात्मकं च चिन्तनं


सह-अस्तित्वस्य सहकार्यस्य च अवगमनम्


सृजनात्मक अभिव्यक्ति




, ९.


3. लक्षितशिक्षणपरिणामाः


छात्राः पाठस्य अर्थं सन्देशं च अवगन्तुं शक्नुवन्ति।


संस्कृतभाषायां नूतनानि शब्दानि वाक्यसंरचनानि च ज्ञातुं।


सार्वत्रिकभ्रातृत्वस्य भावः व्यावहारिकजीवने कार्यान्वितुं शक्नुवन्।




, ९.


4. अनुभवात्मका शिक्षणक्रिया


छात्रान् समूहेषु विभज्यताम्। प्रत्येकं समूहः सार्वभौमिकभ्रातृत्वस्य विचारेषु चर्चां करिष्यति, स्वस्य अनुभवान् च साझां करिष्यति।


सहकार्यं समानतां च चित्रितानि चित्राणि विचाराणि च समाविष्टं 'विश्वबन्धु' पोस्टरं निर्माय।




, ९.


5. कला/क्रीडा एकीकृत गतिविधि


कला:

छात्राः 'विश्वभ्रातृत्वम्' इति विषये आधारितं लघुनाटकं प्रस्तुतं करिष्यन्ति।


क्रीडा:

छात्राणां मध्ये 'सहकारस्य विश्वासस्य च' आधारेण दलक्रीडायाः आयोजनं कुर्वन्तु।




, ९.


6. उपयोगः करणीयः शिक्षणसाधनाः/TLM


पाठ्यपुस्तकम्


पोस्टर तथा चार्ट पेपर


अङ्कीयप्रस्तुतिः (यदि उपलब्धं भवति) २.


वैश्ववादस्य व्याख्यानं कृत्वा भिडियो अथवा श्रव्यसामग्री




, ९.


7. शिक्षणक्रियाकलापाः (शिक्षकनिर्देशित/निर्देशित अथवा छात्रनेतृत्वेन क्रियाकलापाः)


शिक्षक निर्देशित : १.


पाठस्य सारांशं महत्त्वं च व्याख्यायते।


नवशब्दान् तेषां अर्थान् च स्पष्टीकर्तुं।



शिक्षक मार्गदर्शित : १.


पाठस्य विभिन्नानां भागानां चर्चां कुर्वन्।


छात्रान् विचारान् साझां कर्तुं प्रोत्साहयन्।



छात्र नेतृत्वे : १.


समूहचर्चा एवं पोस्टर/नाटक प्रस्तुति।


पाठस्य मुख्यसन्देशं स्वभाषायां लेखनम्।




, ९.


8. शिक्षाशास्त्रीय प्रक्रिया एवं संसाधन आवश्यक


1. प्रारम्भिकः चरणः : १.


पाठस्य भूमिकायाः ​​उद्देश्यस्य च परिचयः।


सार्वत्रिकभ्रातृत्वस्य सरलं उदाहरणं दत्त्वा चर्चायाः आरम्भः।




2. मुख्यमञ्चः : १.


पाठस्य उच्चारणं अनुवादश्च ।


नूतनशब्दानां परिचयः अभ्यासः च।


अनुभवात्मकाः कला आधारिताः च क्रियाकलापाः।




3. समाप्तिपदम् : १.


छात्रान् पाठस्य सारांशं लिखितुं कृत्वा।


पाठस्य सन्देशस्य जीवने प्रयोक्तुं उपायानां विषये चर्चां कुर्वन्तु।






, ९.


9. पाठ/रूपात्मकमूल्यांकने


छात्राणां प्रश्नान् पृच्छन् तेषां अवगमनस्य मूल्याङ्कनं कुर्वन्तु।


समूहचर्चायां तेषां सहभागिता।


पाठस्य अनुवादः तथा नवशब्दानां सम्यक् प्रयोगः।




, ९.


10. पाठस्य मूल्याङ्कनोत्तरम्


छात्रैः निर्मितस्य पोस्टरस्य वा नाटकस्य वा प्रदर्शनम्।


सार्वभौमिकभ्रातृत्वस्य सन्देशस्य विषये लेखननिर्देशः।




, ९.


11. मूल्याङ्कनरणनीतयः


मौखिक प्रश्न उत्तर


गतिविधि आधारित मूल्याङ्कनम् (पोस्टर एवं नाटक) 1.1.


लघुपरीक्षाः गृहकार्यं च




, ९.


12. अन्तरविषय/बहुविषयक क्रियाकलापाः


समाजशास्त्रम् : सार्वभौमिकभ्रातृत्वस्य मानवअधिकारस्य च विषये चर्चा।


कला : सार्वभौमिकभ्रातृत्वस्य विषये रचनात्मकाः पोस्टराणि चित्राणि च।


भाषा : अन्यभाषासु "विश्वराज्यवाद" इत्यादीनां शब्दानां अध्ययनम्।




, ९.


नोटः- एषा योजना आचार्येण काल-सम्पदां अनुसारं परिवर्तनं कर्तुं शक्यते।

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