Skip to main content

Posts

Showing posts from January, 2025

6.12.2 कक्षा/ Class- VI/6 संस्कृतम्/ Sanskrit पाठ / Lesson- 12 आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः/ Aalasyam Hi Manushyaanaam Sharirastho mahaan RipuH

  6.12.2 कक्षा/  Class- VI/6     संस्कृतम्/ Sanskrit        पाठ  /  Lesson- 12 आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः/  Aalasyam Hi Manushyaanaam Sharirastho mahaan RipuH   वयम् अभ्यासं कुर्म:      1. अधोलिखितानां प्रश्नानाम् एकपदेन  उत्तराणि यच्यन्तु । (क) भिक्षुक: किं करोति स्म? (ख) कदाचित् तेन मार्गेणा क: आगच्छाति? (ग) भिक्षुक: धनिकात् किम् इच्छति? (घ) धनिक: भिक्षुकात् किं याचितवान्? (ङ) सौभाग्येन वयं किं प्राप्तवन्त:?  उत्तरम्  (क) भिक्षाटनम्  (ख) भिक्षुक: (ग) प्रभूतं धनम्   (घ) पादौ / हस्तौ/ शरीराङ्गानि   (ङ) मानवजन्म  2. अर्थोलिहिताना प्रश्नांनामू उत्तराकि 'आम्' अथवा 'न' इति पर्दैन लिखन्तु  यथा  -ग्रामें कञ्चन भिक्षुक: आसीता आई (क) भिक्षुक: उन्नत: दृढकाय: व आसीत (ख) जना: तस्मै दण्ड अच्छानिता (ग) भिक्षुक: प्रभूतं धनम् इच्छिता (घ) भिक्षुक: धनिकाय पार्दै दाता (ङ) भिक्षुक: भिक्षाटन त्याजाता  उत्तरम्-   (क) आम्  (ख) न (ग) आम् (घ) ...

6.11.2 कक्षा/ Class- VI/6 संस्कृतम्/ Sanskrit पाठ / Lesson- 11 पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि / Prithivyaam Trini Ratnaani वयम् अभ्यासं कुर्म:

  6.11.2 कक्षा/  Class- VI/6     संस्कृतम्/ Sanskrit        पाठ  /  Lesson- 11   पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि  / Prithivyaam Trini Ratnaani वयम् अभ्यासं कुर्म:      1. एतानि सर्वाणि सुभाषितानि उच्चैः पठन्तु पठन्ति स्मरन्तु  लिखन्तु च। 2. अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखन्तु। ( निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक पद में लिखें) (क) पृथिव्यां कति रलानि सन्ति? (ख) अयं निजः: परो वा इति गणना केषां भवति? (ग) कार्याणि केन सिध्यन्ति? (घ) विद्या कि ददाति? ङ) जननी जन्मभूमिश्च कस्मात् गरीयसी? (च) लडका कीदूशी आसीत्? उत्तरम्- (क) त्रीणि। (ख) लघुचेतसाम्। (ग) उद्यमेन। (घ) विनयम। (ङ) स्वर्गात्। (च) स्वर्णमयी। 3. अधोलिखितानां प्रश्नानाम् एकवाक्येन उत्तराणि लिखन्तु' (अधोलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखो) (क) पृथिव्यां त्रीणि रलानि कानि सन्ति? (ख) उदारचरितानां भाव: क: भवति? (ग) मृगा: स्वयमेव कस्य मुखे न प्रविशन्ति? (घ) अभिवादनशीलस्य नित्यं कानि वर्धन्ते? (ङ) मनुष्यः धनात् किम् आप्नोति?  (च) उत्पन्नेषु कार्य...

6.10.2 कक्षा/ Class- VI/6 संस्कृतम्/ Sanskrit पाठ / Lesson- 10 त्वं आपणं गच्छ / Tvam Apanam Gatch

  6.10.2 कक्षा/  Class- VI/6     संस्कृतम्/ Sanskrit        पाठ  /  Lesson- 10  त्वं आपणं गच्छ  / Tvam Apanam Gatch वयम् अभ्यासं कुर्म:      1. पूर्वपृष्ठस्य कोष्ठके दत्तानि रूपाणि दृष्वा रिक्तस्थानानि पूरयन्तु! उत्तरम्-  लिखतु लिखताम्  लिखन्तु लिख लिखतम् लिखत लिखानि लिखाव लिखाम क्रीडतु क्रीडताम् क्रोडन्तु  क्रीड क्रीडतम् क्रीडत क्रीडानि क्रीडाव क्रीडाम 2. निम्नलिखितेषु सुभाषितेषु लोटद्लकारस्य क्रियापदानि चित्वा लिखन्तु। (क) काले वर्षतु पर्जन्यः पृथिवी सस्यशालिनी। देशोञ्यं क्षोभरहित: सज्जना: सन्तु निर्भयाः।। उत्तरम्-  क) वर्षतु, सन्तु  वर्षन्तु, भवतु, यापयन्तु  ख) भवन्तु, सन्तु। तिष्ठन्तु, भवन्तु, पश्यन्तु, भवतु।  ग) सन्तु, सन्तु।  भवतु, भवतु, भवतु।  घ)  निन्दन्तु, स्तुवन्तु,  समाविशतु, गच्छतु, अस्तु।  कुर्वन्तु, भवतु, प्रशंस्तु।  3.  पठति - पठतु क्रीडामि - क्रीडानि खादति खादतु  पश्यसि पश्य   हसति - हसतु नयसि नय  नृत्यत...