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6.6.1 कक्षा *षष्ठी*, विषय:-संस्कृतम्, षष्ठ: पाठ: (समुद्रतट: ) Class-6th, Subject-Sanskrit, Lesson-6 (SamudrTath)

 

           6.6.1  कक्षा *षष्ठी*,  विषय:-संस्कृतम्,
                षष्ठ: पाठ:  (समुद्रतट: )
     Class-6th,  Subject-Sanskrit, Lesson-6
                     (SamudrTath)

       ************************************ 
नमो नमः। 
षष्ठकक्ष्यायाः  "रुचिरा भाग-1" इति पाठ्यपुस्तकस्य शिक्षणे स्वागतम् । 
अधुना वयं षष्ठं पाठं पठामः। 
पाठस्य नाम अस्ति-
                           समुद्रतटः 
अहं डॉ. विपिन:।

      ************************************
    प्रस्तुत पाठ में भारत के विभिन्न समुद्रतटों के विषय चर्चा की गयी है।
तथा  इस पाठ के माध्यम से हम तृतीया और चतुर्थी विभक्ति के रूपों को पढ़ेंगे।
यथा-             पुल्लिंग (बालक शब्द- तृतीया विभक्ति: )
   बालकेन           बालकाभ्याम्             बालकैः
  (बालक+एन)    (बालक+आभ्याम्)      (बालक+ऐः)

                  स्त्रीलिंग (बालिका शब्द- तृतीया विभक्ति: )
   बालिकया             बालिकाभ्याम्        बालिकाभिः

 (बालिका+अया)   (बालिका+भ्याम्)    (बालिका+भिः)

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            षष्ठः पाठः - समुद्रतटः (समुद्र का किनारा) 


          पाठस्य वाचनं विवरणं च /हिंदी-सरलार्थम्


(1) एषः समुद्रतटः। 

सरलार्थ -

यह समुद्र तट है।

अत्र जनाः पर्यटनाय आगच्छन्ति। 

यहाँ लोग घूमने के लिए आते हैं।


केचन तरंगै: क्रीडन्ति।

कुछ लहरों के साथ खेलते हैं।


 केचन च नौकाभिः जलविहारं कुर्वन्ति। 

कुछ नावों के द्वारा जलक्रीड़ा करते हैं। 


तेषु केचन कन्दुकेन क्रीडन्ति। 

उनमें कुछ गेंद से खेलते हैं।


बालिकाः बालकाः च बालुकाभिः बालुकागृहं रचयन्ति।

लड़कियां और लड़के रेत के द्वारा रेत (बालू)  का घर बनाते हैं


 मध्ये मध्ये तरंगा: बालुकागृहं प्रवाहयन्ति।

बीच-बीच में लहरें रेत (बालू) के घर को बहा ले जाती हैं।


 एषा क्रीडा प्रचलति एव।

यह खेल चलता रहता है। 


 समुद्रतटाः न केवलं पर्यटनस्थानानि।

समुद्रतट केवल पर्यटनस्थल ही नहीं है।


 अत्र मत्स्यजीविनः अपि स्वजीविकां चालयन्ति।

     यहाँ मछुआरे भी अपनी जीविका चलाते हैं।


(2) अस्माकं देशे बहवः समुद्रतटाः सन्ति।

सरलार्थ- 
हमारे देश में बहुत से समुद्र तट हैं। 


 एतेषु मुम्बई-गोवा-कोच्चि- कन्याकुमारी-विशाखापत्तनम्-पुरीतटाः अतीव प्रसिद्धाः सन्ति। 

इनमें मुम्बई, गोवा, कोच्चि, कन्याकुमारी, विशाखापत्तनम् और पुरी के तट बहुत प्रसिद्ध हैं।


गोवातटः विदेशिपर्यटकेभ्यः समधिकं रोचते। 

गोवा का तट विदेशी पर्यटकों को बहुत अच्छा लगता है। 


विशाखापत्तनम्-तटः वैदेशिकव्यापाराय प्रसिद्धः। 

विशाखापत्तनम् का तट विदेशी व्यापार के लिए प्रसिद्ध है। 


कोच्चितटः नारिकेलफलेभ्यः ज्ञायते। 

कोच्चि का तट नारियल के फलों के लिए जाना जाता है। 


मुम्बईनगरस्य जुहूतटे सर्वे जनाः स्वैरं विहरन्ति। 

मुम्बई नगर के जुहू तट पर सभी लोग इच्छानुसार घूमते रहते हैं। 


चेन्नईनगरस्य मेरीनातटः देशस्य सागरतटेषु दीर्घतमः।
 चेन्नई नगर का मेरीना तट देश के सागर तटों में सबसे बड़ा है।


(3) भारतस्य तिसृषु दिशासु समुद्रतटाः सन्ति। 

सरलार्थ- 
भारत के तीनों दिशाओं समुद्रतट हैं। 


अस्माद् एव कारणात् भारतदेशः प्रायद्वीपः इति कथ्यते। 

इस कारण से ही भारत देश को प्रायद्वीप कहा जाता है। 


पूर्वदिशायां बंगोपसागरः दक्षिणदिशायां हिन्दमहासागरः पश्चिमदिशायां च अरबसागरः अस्ति।

पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी,  दक्षिण दिशा में हिन्द महासागर और पश्चिम दिशा में अरब सागर है। 

(कन्याकुमारी तट:) 

 एतेषां त्रयाणाम् अपि सागराणां संगमः कन्याकुमारीतटे भवति।

इन तीनों सागरों का संगम भी कन्याकुमारी के तट पर होता है। 

अत्र पूर्णिमायां चन्द्रोदयः सूर्यास्तं च युगपदेव द्रष्टुं शक्यते।
यहाँ पूर्णिमा के दिन चन्द्रोदय व सूर्यास्त एक साथ देख सकते हैं।

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परियोजना-कार्यम्


भारतस्य मानचित्रे निम्न तटाः सागरा: च दर्शय। 

(भारत के मानचित्र पर निम्न तटों तथा सागरों को दिखाएं)

1. गोवा-तटः (गोवा राज्ये) 

2. विशाखापत्तनम्-तटः (आंध्रप्रदेश- राज्ये) 

3. कोच्चि-तटः  (केरल- राज्ये) 

4. मुम्बईनगरस्य जुहू-तटः (महाराष्ट्र- राज्ये) 

5. चेन्नईनगरस्य मेरीना-तटः (तमिलनाडु- राज्ये) 

6. कन्याकुमारी-तटः  (तमिलनाडु- राज्ये) 

सागराः-

1. पूर्वदिशायां बंगोपसागरः

2. दक्षिणदिशायां हिन्दमहासागरः

3. पश्चिमदिशायां  अरबसागरः 





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                          धन्यवादाः। 
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       (1) पठनाय ( NCERT Book in PDF)
https://drive.google.com/file/d/102BkVLpwD8OqVxNLvUgpdx4HzYyxv9no/view?usp=drivesdk

        ------------------------------------------- 
        (2) श्रवणाय  (Audio)- 
  https://drive.google.com/file/d/1lnFIO3hyzni_REpzQvyzPvwl4fcyyDy-/view?usp=drivesdk
       -------------------------------------------- 
        (3)  दृश्य-श्रव्य (Video) 
6.1    पाठ-वाचनं विवरणं च 
 
     डॉ. विपिनः       

      पाठ-वाचनं विवरणं च
https://youtu.be/zidV4sZ-Lzw
      (OnlinesamskrTutorial)

      अभ्यासः
https://youtu.be/tcP-16-HcMA
(OnlinesamskrTutorial)

     तृतीया विभक्ति
https://youtu.be/IDLhUAfJQ5c
     चतुर्थी विभक्ति
  https://youtu.be/DBi34GESVZU
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           (4) अभ्यास-कार्यम् -प्रश्नोत्तराणि 
               (Lesson Exercise )  
          

        ------------------------------------------ 
           (5)   अभ्यासाय  (B2B Worksheet)      

  https://drive.google.com/file/d/1gz_FkWL4CYn-Yt_8AGdHKB3Xg66Nj2hc/view?usp=drivesdk

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                         संस्कृत-प्रभा
 
           6.6.2  अभ्यासः


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