संस्कृत-सप्ताह-उत्सव:
(Celebration of Sanskrit week)
संस्कृत दिवस
संस्कृत दिवस प्रत्येक वर्ष रक्षाबंधन के दिन अर्थात् श्रावणी पूर्णिमा को भारत सहित विश्व के कई देशों में मनाया जाता है।
श्रावणी पूर्णिमा के दिन 1969 में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के आदेश से केंद्र तथा राज्य स्तर पर संस्कृत दिवस मनाने का निर्देश हुआ है।
2001 में तत्कालीन प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पहल से संस्कृत वर्ष मनाया गया था ।
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संस्कृत-सप्ताह
केंद्रीय विद्यालय संगठन के निर्देशानुसार प्रत्येक वर्ष समस्त केंद्रीय विद्यालयों में "संस्कृत-सप्ताह" का आयोजन किया जाता है। इसके अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा-
ये प्रतियोगितायें दो समूह आयोजित की जाती हैं-
1) कक्षा छठी से आठवीं (VI-VIII)।
2) नौवीं से बारहवीं (IX-XII)।
प्रतियोगिताओं का विवरण-
1) संस्कृत-श्लोक-उच्चारणम्
(कोई भी 3-5 श्लोक, स्वर के साथ, अर्थ के बिना)
(अधिकतम 3 मिनट)
2) संस्कृत-कथा-वाचनम्
(अधिकतम 4 मिनट)
3) संस्कृत-निबंध-लेखनम्
(अधिकतम 40 मिनट)
4) संस्कृत-गीत-गायनम्
(अधिकतम 4 मिनट)
5) संस्कृत-प्रश्नोत्तरी
( 1 मिनट/प्रति प्रश्न)
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प्रतियोगिताओं में भाग लेने हेतु दिशा निर्देश-
प्रतियोगिताओं में भाग लेने के इच्छुक विद्यार्थी अपना नाम अपने कक्षा-अध्यापक/ सदन प्रभारी को लिखाएँगे, कक्षा-अध्यापक/सदन प्रभारी प्रत्येक प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की एकीकृत सूची संस्कृत शिक्षक को देंगे।
(1) प्रतियोगिता के प्रारंभ में अपना नाम, कक्षा और विद्यालय का नाम संस्कृत में बताना अनिवार्य है।
1) मम नाम ........
2) अहं (षष्ठी/सप्तमी/अष्टमी/नवमी/दशमी/एकादशी/द्वादशी) कक्षायाम् पठामि।
3) मम विद्यालयस्य नाम केंद्रीय विद्यालय ( जतोग /सुबाथू) अस्ति।
4) अद्य अहं संस्कृत (श्लोकम् /गीतं/कथां) श्राव्यामि।
श्लोक/ गीत/ कथा-वाचनम् प्रतियोगिता हेतु मापदंड-
1) उच्चारण एवं शुद्धता
2) गेयता तथा आरोह-अवरोह
3) समग्र प्रभाव / प्रस्तुतिकरण /आत्मविश्वास
प्रतियोगिता- सहायक-सामग्री (Click to view)-
2) कथा-वाचनम्
4) प्रश्नोत्तरी हेतु पाठ्यक्रम
5) संस्कृत-निबंध-लेखनम्
क) अमृतं संस्कृतम् (कक्षा 7 पाठ-13)
ग) संस्कृत भाषा का महत्त्व (हिंदी)
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