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6.11.1 कक्षा- षष्ठी, विषय:- संस्कृतम्, एकादश पाठ: ( पुष्पोत्सवः) Class-6th, Subject-Sanskrit, Lesson- 11 (Pushpotsav)

 

 6.11.1   कक्षा- षष्ठी, विषय:- संस्कृतम्, 
एकादश पाठ:  ( पुष्पोत्सवः) 
Class-6th,  Subject-Sanskrit, 
Lesson- 11 (Pushpotsav) 

       ************************************ 
नमो नमः। 
षष्ठकक्ष्यायाः रुचिरा भाग-1 इति पाठ्यपुस्तकस्य शिक्षणे स्वागतम् । 
अधुना वयं एकादश-पाठं पठामः । 
 पाठस्य नाम अस्ति 
                  पुष्पोत्सवः
अहं डॉ. विपिन:। 
       ************************************ 
 एकादश पाठ:  ( पुष्पोत्सवः) 
(फूलों का उत्सव

पाठस्य परिचयः -

इस पाठ में पुष्पों के उत्सव फूल वालों की सैर का वर्णन आया है। यह उत्सव दिल्ली के महरौली क्षेत्र में अक्टूबर के महीने में मनाया जाता है। पुष्पों से बने पंखे इस उत्सव के मुख्य आकर्षण हैं। यह उत्सव गत दो सौ वर्ष से चलता आ रहा है।

इस पाठ में हम सप्तमी विभक्ति का प्रयोग सीखेंगें ।

पाठस्य सारः

भारतवर्ष उत्सवप्रिय देश है। यहाँ कभी शस्योत्सव है तो कभी पशूत्सव है। कहीं धार्मिकोत्सव है तो कहीं यानोत्सव है। इनमें पुष्पोत्सवअत्यधिक प्रसिद्ध उत्सव है। देहली में मेहरौली क्षेत्र में अक्टूबर मास में इसका आयोजन होता है। इस अवसर पर अनेक प्रकार के पुष्प दृष्टिगोचर होते हैं। इसमें फूलों से निर्मित पंखे विशेष आकर्षण होते हैं। कुछ गुलाब के फूलों से, कुछ कनेर के फूलों से तथा कुछ जपा पुष्पों से बनाये जाते हैं। यह उत्सव तीन दिन चलता है। इन दिनों में पतंग उड़ाना आदि खेल भी चलते हैं। बीच में यह परम्परा बंद हो गई थी, परंतु स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात् यह परम्परा पुनः प्रारम्भ हो गई है।

       ************************************ 

 

 उत्सवप्रियः भारतदेशः। अत्र कुत्रचित् शस्योत्सवः भवति, कुत्रचित् पशूत्सवः भवति, कुत्रचित् धार्मिकोत्सवः भवति कुत्रचित् च यानोत्सवः। एतेषु एव अस्ति अन्यतमः पुष्पोत्सवः इति। अयं फूलवालों की सैरइति नाम्ना प्रसिद्धः अस्ति।

सरलार्थ :


भारत उत्सव प्रेमी देश है। यहाँ कहीं पर फसलों का उत्सव होता है, कहीं पर पशुओं का उत्सव होता है, कहीं पर धार्मिक उत्सव होता है तो कहीं पर गाड़ियों का उत्सव होता है। इनमें से एक है-पुष्पोत्सव (फूलों का उत्सव)। यह फूल वालों की सैरइस नाम से प्रसिद्ध है।

देहल्याः मेहरौलीक्षेत्रे ऑक्टोबरमासे अस्य आयोजनं भवति। अस्मिन् अवसरे तत्र बहुविधानि पुष्पाणि दृश्यन्ते। परं प्रमुखम् आकर्षणं तु अस्ति पुष्यनिर्मितानि व्यजनानि। जनाः एतानि पुष्पव्यजनानि योगमायामन्दिरे बख्तियारकाकी इत्यस्य समाधिस्थले च अर्पयन्ति। केचन पाटलपुष्पैः निर्मितानि, केचन कर्णिकारपुष्पैः अन्ये जपाकुसुमैः, अपरे मल्लिकापुष्पैः, इतरे च गेन्दापुष्पैः निर्मितानि व्यजनानि नयन्ति।

सरलार्थ :

देहली के मेहरौली क्षेत्र में अक्टूबर के महीने में इसका आयोजन होता है। इस अवसर पर अनेक प्रकार के फूल दिखाई देते हैं। किंतु मुख्य आकर्षण होता है-फूलों से बने पंखे।लोग इन फूलों के पंखों को योगमाया के मंदिर में बख्तियार काकी की समाधि पर अर्पित करते हैं। कुछ गुलाब के फूलों से बने होते हैं, कुछ कनेर के फूलों से, कुछ गुड़हल के फूलों से, कुछ चमेली के फूलों से दूसरे गेंदा के फूलों से बने पंखे ले जाते हैं।

अयम् उत्सवः दिवसत्रयं यावत् प्रचलति। एतेषु दिवसेषु पतङ्गानाम् उड्डयनम् विविधाः क्रीडा: मल्लयुद्धं चापि प्रचलति। विगतेभ्यः द्विशतवर्षेभ्यः पुष्पोत्सवः जनान् आनन्दयति। मध्ये इयं परम्परा स्थगिता आसीत्। परं स्वतन्त्रताप्राप्तेः पश्चात् इयं मनोहरिणी परम्परा पुनः समारब्धा। पुष्पोत्सवः अद्यापि सोल्लासं सोत्साहं च प्रचलति।

सरलार्थ :
यह उत्सव तीन दिन तक चलता रहता है। इन दिनों में पतंगों का उड़ाना, विविध क्रीड़ाएँ और कुश्ती भी चलती है। गत दो सौ साल से पुष्पोत्सव लोगों को आनंदित कर रहा है। बीच में यह परंपरा स्थगित हो गई थी। किंतु स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद यह मनोहारी प्रथा पुनः शुरू हो गई है। पुष्पोत्सव आज भी उत्साहपूर्वक और उल्लासपूर्वक चलता है।

 

शब्दार्थाः

क्र. स.

शब्दाः

अर्थः

 

1.

कुत्रचित्

कहीं पर

2.

यानोत्सव (यान + उत्सवः)

गाड़ियों का उत्सव

3.

दृश्यन्ते

दिखाई देते हैं

4.

पुष्पनिर्मितानि

फूलों से बने

5.

व्यजनानि

पंखे

6.

पाटलपुष्पैः

गुलाब के फूलों से 

7.

कर्णिकारपुष्पैः

कनेर के फूलों से

8.

जपाकुसुमैः

गुडहल के फूलों से

9.

मल्लिकापुष्पैः

चमेली के फूलों से

10.

दिवसत्रयं यावत्

तीन दिन तक

 

11.

 विगतेभ्य: द्विशतवर्षेभ्यः

गत दो सौ साल से 

12.

सोल्लासम्

उल्लासपूर्वक

 

पठित बोधः १

उत्सवप्रियः भारतदेशः | अत्र कुत्रचित् शस्योत्सवः  भवति, कुत्रचित्  पशूत्सवः भवति, कुत्रचित्  धार्मिकोत्वः भवति, कुत्रचित् यानोत्सवःएतेषु एव अस्ति अन्यतमः पुष्पोत्सवः इति | अयंफ़ूलवालों की सैरइति नाम्ना प्रसिद्धः अस्ति | देह्ल्याः मैहरोलीक्षेत्रे ओक्टोबरमासे अस्य आयोजनं भवति | अस्मिन् अवसरे तत्र विविधानि पुष्पाणि दृश्यन्ते, परं प्रमुखं आकर्षणं तु अस्ति पुष्पनिर्मितानि व्यजनानि


1.  एकपदेन उत्तरत –                                                                       

                                                                                                                          
 क.     कः उत्सवप्रियः ?   

   ख.   फ़ूलवालों की सैर इति नाम्ना कः प्रसिद्धः?

 2.  पूर्णवाक्येन उत्तरत –                                                                     

क.  भारते के-के  उत्सवाः भवन्ति ?

     ख. पुष्पोत्सवस्य आयोजनं कुत्र भवति ?

 

3.  निर्देशानुसारं समुचितम् उत्तरं लिखत –                                            

क.   उत्सवप्रियः भारतदेशः अत्र विशेष्यपदं किम् अस्ति

      ख.  कुत्रचित् पशूत्सवः भवति अत्र कर्तृपदं किम् अस्ति?

      ग. “अत्र कुत्रचित् शस्योत्सवः  भवति” अस्मिन् वाक्ये क्रियापदम् किम् अस्ति ?

      घ. “व्यजनानि”  अस्मिन् पदे किं वचनं ?

 

उत्तराणि

 

एकपदेन उत्तरत                                                                                   

.        भारतदेशः |

.        पुष्पोत्सवः  |

 

पूर्णवाक्येन उत्तरत                                                                             

.        अत्र कुत्रचित् शस्योत्सवः  भवति, कुत्रचित्  पशूत्सवः भवति, कुत्रचित्  धार्मिकोत्वः भवति, कुत्रचित् यानोत्सवः |

ख. देहल्याः मैहरोलीक्षेत्रे पुष्पोत्सवस्य आयोजनं भवति |

 

निर्देशानुसारं समुचितम् उत्तरं लिखत                                                    

.      भारतदेशः

.      पशूत्सवः

ग.       भवति

       बहुवचनम्

 

पठित बोध: २

 

देहल्याः मेहरौलीक्षेत्रे ऑक्टोबरमासे अस्य आयोजनं भवति। अस्मिन् अवसरे तत्र बहुविधानि पुष्पाणि दृश्यन्ते। परं प्रमुखम् आकर्षणं तु अस्ति पुष्यनिर्मितानि व्यजनानि। जनाः एतानि पुष्पव्यजनानि योगमायामन्दिरे बख्तियारकाकी इत्यस्य समाधिस्थले च अर्पयन्ति। केचन पाटलपुष्पैः निर्मितानि, केचन कर्णिकारपुष्पैः अन्ये जपाकुसुमैः, अपरे मल्लिकापुष्पैः, इतरे च गेन्दापुष्पैः निर्मितानि व्यजनानि नयन्ति।

 1. एकपदेन उत्तरत –                                                                       

                                                                                                                          
 क.    पुष्पोत्सवस्य आयोजनं कस्मिन् मासे भवति  ?   

   ख.    पुष्पोत्सवस्य प्रमुखम् आकर्षणं किम् अस्ति  ?

 

 2.  पूर्णवाक्येन उत्तरत –                                                                     

क.  जनाः पुष्पव्यजनानि कुत्र अर्पयन्ति  ?

     ख. जनाः कैः-कै पुष्पैः  निर्मितानि व्यजनानि अर्पयन्ति  ?

 

 

3.  निर्देशानुसारं समुचितम् उत्तरं लिखत –                                            

क.   पुष्पनिर्मितानि व्यजनानि अत्र विशेष्यपदं किम् अस्ति

      ख.  जनाः एतानि पुष्पव्यजनानि योगमायामन्दिरे अर्पयन्तिअत्र कर्तृपदं किम् अस्ति?

      ग. “इतरे च गेन्दापुष्पैः निर्मितानि व्यजनानि नयन्ति” अस्मिन् वाक्ये क्रियापदम् किम् अस्ति ?

      घ. “व्यजनानि  अस्मिन् पदे किं वचनं ?

 

उत्तराणि-

1. एकपदेन उत्तरत

क. ऑक्टोबर्मासे

ख. पुष्यनिर्मितानि व्यजनानि

 

2.  पूर्णवाक्येन उत्तरत

क.  जनाः एतानि पुष्पव्यजनानि योगमायामन्दिरे बख्तियारकाकी इत्यस्य समाधिस्थले च अर्पयन्ति।

ख. पाटलपुष्पैः निर्मितानि, कर्णिकारपुष्पैः, जपाकुसुमैः, मल्लिकापुष्पैः, गेन्दापुष्पैः निर्मितानि व्यजनानि अर्पयन्ति ।

 

3.  निर्देशानुसारं समुचितम् उत्तरं लिखत

क. व्यजनानि

ख. जनाः

ग. नयन्ति

घ. बहुवचनं


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